tag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post7882093000948047541..comments2023-05-19T04:41:52.795-07:00Comments on main santur nahin bajata: कुमार अम्बुज की कविताBahadur Patelhttp://www.blogger.com/profile/13259752722633307367noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-69226567446121400772009-04-10T22:31:00.000-07:002009-04-10T22:31:00.000-07:00अम्बुज जी उन कविओं में से हैं जिनका अनुशीलन करते ह...अम्बुज जी उन कविओं में से हैं जिनका अनुशीलन करते हुए हमारी पीढी ने लिखना सीखा है.<BR/>इस प्रस्तुति के लिए बधाई.Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-25423744974865307782009-04-02T22:08:00.000-07:002009-04-02T22:08:00.000-07:00धोता है कोई फिरअपने समय के जल की धार सेएक शब्द मा...धोता है कोई फिर<BR/>अपने समय के जल की धार से<BR/>एक शब्द मांजता है मुझे<BR/>एक पंक्ति मांजती रहती है<BR/>अपने खुरदरे तार से. <BR/><BR/>Bahut badhiyaप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-17749340806097358782009-03-30T01:48:00.000-07:002009-03-30T01:48:00.000-07:00अम्बुज जी की कुछ कवितायें मुझे बहुत अच्छी लगती हैं...अम्बुज जी की कुछ कवितायें मुझे बहुत अच्छी लगती हैं। यह भी उन्ही में से एक है।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-75628545869367676212009-03-29T01:17:00.000-07:002009-03-29T01:17:00.000-07:00अणु-अणु तक पहुंचती मांजने की यह धमकदौड़ती है नसों ...अणु-अणु तक पहुंचती मांजने की यह धमक<BR/>दौड़ती है नसों में बिजलियां बन<BR/>चमकती है <BR/>धोता है कोई फिर<BR/>अपने समय के जल की धार से<BR/><BR/>खूबसूरत रचना.....बहूत शशक्त अभ्व्यक्ति हैदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-59222023892336106942009-03-27T18:05:00.000-07:002009-03-27T18:05:00.000-07:00मेरी नई कविता अधूरी शब्दयात्राएँ पढे़ www.sushilku...मेरी नई कविता अधूरी शब्दयात्राएँ पढे़ www.sushilkumar.net पर।Sushil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/09252023096933113190noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-26216082388880336572009-03-27T18:03:00.000-07:002009-03-27T18:03:00.000-07:00कुमार अम्बुज हमारे समय के बड़े कवियों में से हैं।इन...कुमार अम्बुज हमारे समय के बड़े कवियों में से हैं।इनकी कविता का एक अरसे से मैं पाठक भी रहा हूँ।प्रस्तुत कविता का भाव अति संश्लिष्ट और गहरा है।<BR/>धन्यवाद उनकी कविता पढ़वाने के लिये बहादुर पटेल जी को।Sushil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/09252023096933113190noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6440988627931873089.post-76696898659569605812009-03-25T00:12:00.000-07:002009-03-25T00:12:00.000-07:00बहुत सुन्दर अभिव्यक्तियाँ...बधाई !!_______________...बहुत सुन्दर अभिव्यक्तियाँ...बधाई !!<BR/>______________________________<BR/>गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ की पुण्य तिथि पर मेरा आलेख ''शब्द सृजन की ओर'' पर पढें - गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ का अद्भुत ‘प्रताप’ , और अपनी राय से अवगत कराएँ !!KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.com